छत्तीसगढ़ में डायल 112 एमरजेंसी सेवा में लगी गाड़ियों को खुद इमरजेंसी सेवा की जरूरत पड़ रही है। एक तरफ एमरजेंसी में जाते समय किसी गाड़ी का पहिया निकल जा रहा, कोई गाड़ी रात में पेट्रोलिंग के समय ही बीच रास्ते में बंद हो जा रही है।दूसरी तरफ डायल 112 एमरजेंसी सेवा के लिए 40 करोड़ रूपये में खरीदी गई 400 बोलेरो गाड़ियाँ 2 साल से अमलेश्वर स्थित सीएएफ के तीसरी बटालियन के मैदान में खड़े-खड़े कबाड़ हो रही है। गाड़ियों में धूल की मोटी परत जम चुकी है,उन गाड़ियों की सीट वायरिंग चूहों द्वारा खराब किये जा रहे हैं। जनता के टैक्स के 40 करोड़ रूपये बस खड़ी-खड़े ही बर्बाद हो रही है। एक समय ऐसा आएगा जब एक भी किलोमीटर नहीं चले इन खड़ी गाड़ियों को चालू करने में ही करोड़ों रूपये फिर से खर्च करने पड़ेंगे। अभी जो डायल 112 एमरजेंसी सेवा लगी गाड़ियों का लाइफ 2 लाख किलोमीटर की है, पर कई गाड़ियाँ 3 लाख किलोमीटर चल चुकी हैं तो कई गाड़ियाँ 4 लाख किलोमीटर चल चुकी है। जो अपनी लाइफ सायकल को पार कर चुकी हैं। 112 एमरजेंसी सेवा भी भगवान भरोसे चल रही है। मुझे समझ में नहीं आता कि डायल 112 एमरजेंसी सेवा के लिए सरकार गंभीर क्यों नहीं है ?
सोमवार, जुलाई 07, 2025
X पर एक सदस्य ने सरकार से सवाल करते हुए लिखा,सरकार 112 की सेवा के लिए गंभीर क्यों नहीं..?

शनिवार, जुलाई 05, 2025
धर्मांतरण और सामाजिक बहिष्कार
सामाजिक बहिष्कार पर कानून बनने से समाज के दल्लों को दिक्कत क्यों..?
*छत्तीसगढ़ में सामाजिक बहिष्कार के बाद धर्मांतरण*
छत्तीसगढ़ के विकास पर चर्चा के लिए गंभीर विषय
धर्मांतरण और सामाजिक बहिष्कार
संविधान की प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद जैसे शब्द हटाने से बेहतर है सामाजिक बहिष्कार पर चिंता किए जाएं और सामाजिक बहिष्कार पर कानून बनाकर लागू किए जाएं।
किसी परिवार का सामाजिक बहिष्कार करने से पहले यह वास्तविकता जांच लें कि सामाजिक बहिष्कार क्यों किया गया है..? और कहां तक सही है।क्या सामाजिक बहिष्कार करने के पीछे समाज की आड़ में राजनीति फल फूल रही है..?
राजनीतिक के आड़ में समाज को दबाओ पूर्वक तोड़ने का षडयंत्र तो नहीं..?
धर्मांतरण के भी कई मामलों में देखा गया हैं कि राजनीतिक दलाल समाज में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए,या फिर किसी गरीब परिवार की कमजोरी का फायदा उठाने के लिए किसी एकात सदस्य को जमकर सपोर्ट कर देते है,और उनके कंधे पर बंदूक रखकर समाज के कमजोर लोगों पर गोली चलाते हैं। किसी सपोर्टेड सदस्य की आड़ में समाज के गरीबों की जमीन,मकान,और निजी संपत्ति पर भी कब्जा करने के मकसद से उस गरीब परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर देते हैं।
ताकि बहिष्कृत होने के बाद उस परिवार की सामाजिक बहिष्कार की आड़ में दबाओ पूर्वक उनके प्रॉपर्टी पर कब्जा किया जा सके।आपसी दुश्मनी के मसले निपटाए जा सकें?
क्योंकि किसी परिवार की सामाजिक बहिष्कार करने के बाद गांव और समाज के लोगों पर यह नियम बना दिया जाता है कि
👉बहिष्कृत परिवार से कोई बात नहीं करेगा।
👉बहिष्कृत परिवार से किसी प्रकार का बेटी रोटी नहीं रखेगा।
👉किसी प्रकार की कोई लेन देन नहीं करना है।*
👉किसी प्रकार की कोई काम काज में नहीं बुलाना है।
👉किसी को बहिष्कृत परिवार से कोई लेन देन रखना है तो उस परिवार को भी समाज से बहिष्कृत या समाज में आर्थिक दंड लिया जाएगा।
👉बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा।नलों में पानी नहीं पहुंचेगा।खेत खार में किसी प्रकार की सहयोग नहीं मिलेगा।*
👉और तो और बहिष्कृत परिवार को इतना प्रताड़ित किया जाता है कि कई बार परिवार के सदस्य प्रताड़ना बर्दास्त नहीं कर पाते और आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं।
👉कई धर्मांतरण के मामलों में सामने यह आया है कि बहिष्कृत परिवारों पर समाज के लोग अनैतिक तरीके से आर्थिक दंड लिया जाता है,और उस दंडित राशि को अपने सामाजिक सदस्यों के द्वारा आपस में बंदरबांट कर दिया जाता है।जिसका कोई हिसाब किताब ही नहीं रहता।कई बार ऐसा हॉट है कि वसूली किए राशि को चोरी हो गया कहकर दंडित राशि को गबन कर दिया जाता है।कई जगहों पर तो हिसाब किताब की डायरी नहीं मिल रहा है कहकर राशि का भी गबन कर दिया जाता है।
ऐसे में अगर कोई एकात परिवार दंड में वसूले गए राशि का हिसाब पूछ ले तो उसे भी समाज से बहिष्कृत कर दिया जाता है।
क्या उपरोक्त लिखी बातें सही नहीं है।ऐसे मैने कई ग्रामों में इस प्रकार के कहानी सुनी है।क्या ये सही है समाज में,अगर आप लोगों को सही लगता है तो कोई बात नहीं पर मुझे गलत लगता है इसलिए मैं इसका विरोध खुलेआम करता हूं।
अतः सरकार समाज और संविधान के रखवालों से मेरा विनम्र आग्रह पूर्वक निवेदन है कि सामाजिक बहिष्कार पर भी विशेष कानून बनाया जाए जो समाज और मानव कल्याण के लिए हो।अन्यथा सामाजिक बहिष्कार के बाद कई परिवार धर्मांतरण जैसे कदम उठाते हैं और फिर धर्म संगठन के लोग आपस में लड़कर एक दूसरे का गला काटने पर उतारू हो जाते हैं।
आपको नहीं मालूम तो मैं बता दूं कि सामाजिक बहिष्कार पर कानून बनाने की याचिका उच्च न्यायायल में लगाई गई थी।जिसके खिलाफ समाज प्रमुखों एवं समाज चिंतकों द्वारा खारिज करवाने की याचिका लगवाकर, सामाजिक बहिष्कार पर बनने वाले कानून पर रोक लगा दी थी।
अतः अगर आप सभी समाज और देशप्रेमियों को लगता है कि सामाजिक बहिष्कार पर कानून बनाकर शीघ्र लागू करना चाहिए तो समर्थन जरूर देवें,अपनी राय जरूर भेजें।
*धन्यवाद*
✍️...डीकेश साहू
मोबाइल नंबर– 8103541559*
(बालोद–खैरागढ़) छत्तीसगढ़

बुधवार, मई 21, 2025
सुशासन तिहार 2025 के आवेदन में गड़बड़ी
गुरुवार, अप्रैल 03, 2025
कार्ड बनवाने दिए बीत गए सात महीने पूरे, ऑनलाइन कॉपी से मिल रहा राशन वो भी आधे अधूरे,
पेंड्रिकला/खैरागढ़
खैरागढ़ जिले के ग्राम पेंड्रीकला में राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन दिए 07 महीने बीत चुके हैं,लेकिन अबतक राशन कार्ड नहीं मिल पाया है। ऑनलाइन पोर्टल में कार्ड बनकर तैयार है, लेकिन कार्ड देने के बजाय, पीडीएफ कॉपी को सत्यापित करके हितग्राही को राशन वितरण किए जा रहे हैं। हितग्राहियों को राशन कार्ड नहीं मिलने की वजह से राशन दुकान के साथ साथ अन्य जरूरत की जगहों पर भी दिक्कत झेलना पड़ रहा है। राशन कार्ड के संबंध में विभाग से जानकारी मांगने पर पता चला कि कार्यालय में राशन कार्ड की कवर अभी आई नहीं है। इसके कारण हितग्राहियों को राशन कार्ड नहीं मिल पा रहा है, नतीजतन हितग्राहियों को संचालकों द्वारा मिल रहे आधे अधूरे राशन पर भी पूछने की हिम्मत नहीं हो रही कि इस महीने हमारे हिस्से का शक्कर क्यों नहीं मिली..? विभाग से आया ही नहीं या फिर आने के बाद शक्कर चींटी खा गई..? आधा राशन मिलने के बावजूद हितग्राही कुछ भी बोलने में हिचकिचा रहे हैं कि कही मिल रहे राशन को भी बंद न कर दें सरकार,बीते महीने में संचालक के द्वारा कुछ लोगों को गरीबों के हिस्से का अधूरा राशन ही दिया गया है।वहीं पेंड्रीकला के कुछ हितग्राहियों ने बताया की चावल तो पूरा दिए,लेकिन साथ में मिलने वाले शक्कर नहीं मिल पाए हैं। राशन कार्ड नहीं मिलने से गरीब परिवारों को दुकान संचालक के अनुसार राशन लेना मजबूरी बनी हुई है। महीनों बीत जाने के बाद भी राशन कार्ड का न मिल पाना गरीबों के लिए परेशानी का विषय है। ग्रामीण लोगो के लिए दूसरी बड़ी मुसीबत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से गरीबों को मूलभूत सुविधाओं के साथ साथ अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। राशन कार्ड से संबंधित जानकारी हो या फिर किसी प्रकार के आवेदन देने की बात हो पंचायत वासियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है।राशन कार्ड नहीं मिलने के मामले में संबंधित जनपद पंचायत खैरागढ़ में जानकारी लेने पर पता चला कि जिला कार्यालय से ही राशन कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है। जिस वजह से राशन कार्ड नहीं दिया जा सका है। अतः इस मामले में विभागीय अधिकारियों को तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्हें राशन कार्ड उपलब्ध करानी चाहिए और गरीबों को पूरा राशन देना चाहिए। इसके अलावा राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को भी सरल बनाना चाहिए ताकि गरीब परिवारों को जल्दी से राशन कार्ड मिल सके एवं सरकार की योजनाओं का लाभ हितग्राही सही तरीके उठा सकें।

रविवार, मार्च 30, 2025
मुख्यमंत्री साय ने उद्यम की सफलता में तकनीक की अहम भूमिका पर जोर दिया
मुख्यमंत्री साय ने उद्यम की सफलता में तकनीक की अहम भूमिका पर जोर दिया
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया,जिसमें उन्होंने उद्यम की सफलता में तकनीक की अहम भूमिका पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि आईआईटी भिलाई इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ के युवा छात्रों द्वारा विकसित तकनीक का उपयोग विद्या समीक्षा केंद्र से 50 हजार स्कूलों की मॉनिटरिंग के लिए किया जा रहा है। यह एक बड़ी उपलब्धि है और यह दर्शाता है कि युवा पीढ़ी में कितनी क्षमता है।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जब युवा संकल्प लेते हैं, तो सफलता निश्चित होती है और उद्योगों को भी इसका लाभ मिलता है।यह बयान न केवल युवाओं के लिए प्रेरणादायक है,बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकार युवाओं की क्षमता को पहचानती है और उनके लिए अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा,तकनीक,और युवा सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। यह एक सकारात्मक कदम है जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

मंगलवार, मार्च 18, 2025
पेंड्रीकला/खैरागढ़,जल जीवन मिशन की लापरवाही,समय सीमा पूरा हो जाने के बाद भी कार्य अधूरे
जल जीवन मिशन की लापरवाही,समय सीमा पूरा हो जाने के बाद भी कार्य अधूरे

शनिवार, मार्च 01, 2025
खैरागढ़/अमलीपारा में भीषण सड़क दुर्घटना, अनजान युवक की हुई मौत
खैरागढ़/अमलीपारा में भीषण सड़क दुर्घटना, अनजान व्यक्ति की हुई मौत
खैरागढ़/अमलीपारा में दर्दनाक दुर्घटना में पैदल चल रहे एक अनजान व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के अनुसार,दुर्ग की तरफ से आ रहे एक ट्रक ने व्यक्ति को ठोकर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।ट्रक ड्राइवर घटना के बाद ट्रक छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। व्यक्ति की अबतक पहचान नहीं हो पाई है,और पुलिस उसकी पहचान करने की प्रयास कर रही है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, व ट्रक ड्राइवर की तलाश शुरू करते हुए आगे की जांच जारी रखी है।

गुरुवार, फ़रवरी 27, 2025
राजनादगांव-खैरागढ़ सड़क दुर्घटना: माजदा और स्कॉर्पियो की टक्कर, कोई हताहत नहीं
राजनादगांव-खैरागढ़ सड़क दुर्घटना: माजदा और स्कॉर्पियो की टक्कर,कोई हताहत नहीं
खैरागढ़ से ठेलकाडीह के बीच
महीने में तीन से चार दुर्घटना होना,
आम बात हो गया है।

गुरुवार, फ़रवरी 20, 2025
राशन कार्ड बनवाने दिए सात महीना बीत चुका, अबतक नहीं मिल पाया राशन कार्ड।
राशन कार्ड बनवाने दिए सात महीना बीत चुका,
अबतक नहीं मिल पाया राशन कार्ड

रविवार, फ़रवरी 16, 2025
*डिगेश्वर वर्मा खैरागढ़ क्षेत्र क्रमांक 16 का युवा प्रत्याशी, युवावो का मिल रहा भरपूर समर्थन*

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X पर एक सदस्य ने सरकार से सवाल करते हुए लिखा,सरकार 112 की सेवा के लिए गंभीर क्यों नहीं..?
X पर वॉयस ऑफ छत्तीसगढ़ नाम के x सदस्य ने सरकार से सवाल करते हुए लिखा, सरकार 112 की सेवा के लिए गंभीर क्यों नहीं..? स्वतंत्र समाचार स्वतंत्र...

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फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्ति का मामला स्वतंत्र समाचार स्वतंत्र विचार *दैनिक हिंदी वेब मीडिया (छ.ग.)* 14/07/2...