15 वें वित्तीय वर्ष की राशि गबन के बाद
वार्डवासियों के बीच पानी की बढ़ी समस्या
तालाब में पचरी टूटा हुआ,
मोटर जल चुका,नलों में पानी नहीं,
वित्तीय वर्ष की राशि का पता नहीं।
ग्राम पेंड्रीकला (खैरागढ़) में जलजीवन मिशन के कार्यों में देरी और पानी की समस्या के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच की आवश्यकता है। बीते वर्ष ज्ञात हो कि 15 वें वित्तीय वर्ष की राशि का गबन हुआ था जिसमें एस डी एम कोर्ट खैरागढ़ में अंतिम फैसला भी हो गया लेकिन समस्या अबतक ज्यों का त्यों बना हुआ।
यह की वित्तीय वर्ष की राशि गबन मामले में गबन राशि को जनपद पंचायत खैरागढ़ में जमा करवाया गया था, जो कि उपरोक्त राशि ग्राम पंचायत पेंड्रीकला के अधिकृत राशि थी। जिसके द्वारा ग्राम पंचायत के जल संबंधी समस्या के निराकरण किए जा सकते थे। जोकि गबन होने के कारण वार्डवासियों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड 01 और वार्ड 02 में बोरिंग की भी सुविधा नहीं है और एकात है भी तो कोई कारणवश बंद पड़े हैं।या फिर बोरिंग से पाइप निकाल दिए गए हैं।जिसके चलते पानी के लिए लोगों को समस्या झेलना पड़ रहा है।इस मामले में प्रशासन को दोषी ठहराया जा सकता है।क्योकि उन्होंने जलजीवन मिशन के कार्यों को पूरा करने में देरी की है। यह भी ज्ञात हो कि वार्डवासियों ने पहले ही इस मामले में खैरागढ़ कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा को लिखित आवेदन दिया था, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।इस मामले को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। और प्रशासन को जलजीवन मिशन के कार्यों को पूरा करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है। इसके अलावा,15 वें वित्तीय वर्ष की राशि के गबन की पुनः जांच कर राशि ग्राम पंचायत को प्रदान करनी चाहिए। और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। जिसके कारण वार्ड वासियों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। वार्ड वासियों ने बताया कि अभी सड़क से गुजरकर पानी की पूर्ति करते है।जो कि पेंड्रीकला रोड में लगा हुआ होने के कारण भारी भरकम वाहनों का आवाजाही होते रहता है। जिसके कारण दुर्घटना होने का भी डर बना रहता है। तथाकथित रूप से ग्रामीण ने आरोप लगाते हुए कहा कि अभी वार्ड 01 वार्ड 02 एवं वार्ड 06 के ग्रामीण एक ही नल से पानी भरते हैं जो महीने में एक न एक बार मोटर बिगड़ते ही रहता है।अभी बीते कुछ दिनों से वो भी नल बंद हो चुका है।तीन दिनों से नल बंद है।जिसके चलते इधर उधर भटकना पड़ रहा है।तब कही जाके पानी की व्यवस्था हो पाता है।वही ग्राम के सरकारी निस्तारी तालाब में भी पानी कम हो जाने के कारण पानी मैला हो चुका है व तालाब के पचरी भी टूटे हुए है जिसके चलते महिलाओं को नहाने वा कपड़े धोने में काफी परेशानी असुविधा होती है। कभी कभी महिलाओ को पुरुष घाट के तरफ जाकर नहाना पड़ता है। जिसके कारण आपसी विवाद की स्थिति भी बन जाती है।
उपरोक्त समस्या ग्रामीणों ने प्रशासन से नाराजगी जाहिर की है वही कुछ ग्रामीणों ने तो पानी की समस्या समाधान नहीं होने पर चुनाव बहिष्कार की भी बात कह दी।
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