name"keywords" content= "https://designerdeekeshsahu.blogspot.com/?m=1, स्वतंत्र सामाचार स्वतंत्र विचार, news service,balod dainik hindee,news" . स्वतंत्र समाचार स्वतंत्र विचार:   राजीव गांधी भूमिहीन न्याय योजना <a class='tist' data-href='' data-text='' href='#'>WhatsApp</a>

स्वतंत्र समाचार स्वतंत्र विचार

नाम

ईमेल *

संदेश *

शुक्रवार, सितंबर 03, 2021

  राजीव गांधी भूमिहीन न्याय योजना


बीमारी भी आजकल नियत देख कर होने लगी है...



सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश में आज से यानी 1 सितंबर से राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के लिए पंजीयन की शुरूआत के अवसर पर मजदूर भाईयों और बहनों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे इस योजना का लाभ लेने के लिए पंजीयन कराने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश की जनता के नाम जारी संदेश में कहा है कि छत्तीसगढ़ में हमने जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने की जो पहल की है। उसमें ''राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना'' के नाम से एक नया अध्याय जुड़ रहा है। जबसे कोरोना खत्म हुआ है साला न्यूज़ में अक्सर देखने को मिल रहा है चाहे हर जगह कहीं फांसी लगा लिया है तो कोई जहर खा लिया है तो कोई और कुछ करके मर गए आखिर लाख डाउन खत्म हुआ भी है कि और कुछ बचा है बालोद जिला में आए दिन सुनने को मिल रहा।नवयुवक फांसी लगा लिया है जहर खा लिया तो कहीं और कुछ कर लिया है। और ज्यादा हुआ तो तो न्यूज़ में ही पढ़ने को मिल जाएगा की कर्ज से परेशान था युवक। मामला कुछ भी रहे। मरने का जो भी कारण हो। लेकिन कर्जे से परेशान था यही देखने और सुनने  को मिल रहे है आजकल न्यूज़ में कर्जे से परेशान था अरे महानुभव क्या मरने का कोई दूसरा कारण नहीं हो सकता। हो सकता है किसी लड़की के साथ अफेयर रहा होगा। अर्जुंदा क्षेत्र के नर्स की आकस्मिक हत्या वाली मुद्दे में जो सच्चाई है उसको तो आजतक स्पष्ट नहीं कर पाए। आकस्मिक मौत का नाम दे रहे हैं सच्चाई बताइए ना साहिब, मरने का चाहे जो भी  कारण हो सुनने में यही आएगा, आत्महत्या कर लिया किसान ने जहर खा लिया कर्ज से ही परेशान था,जो सच्चाई रहता है उसके रिपोर्ट को बदल दिया जाता है।सही बताइए ना झूठ क्यों बोल रहे हैं।20 परसेंट कमीशन में मत बिक जाओ साहिब। उसी 20 पर्सेंट के चक्कर में तुम्हारे अपने लोग भी मर रहे हैं, कब खुलेगा तुम लोगों का आंख तुम्हारे दोस्त यार अपने पड़ोसी भाई, सब मर रहे हैं तुमको  शर्म आना चाहिए 20 परसेंट कमीशन लेने के चक्कर में न्यूज पेपर तक को बदनाम कर दिए हो। सिर्फ 20 पर्सेंट कमीशन लेने के चक्कर में न्यूज़ को बदनाम करके रखें हो। अच्छा बहाना मिल गया है कोरोना का, लॉकडाउन के चक्कर में कईयों की नौकरी तबाह कर दिया, तुम लोगों की वजह से बहुतों के घर बर्बाद हो गए फिर भी आंख नहीं खुली,अरे हराम के खाने वालों कबतक लूटोगे...? गरीबों के हक मारने वाले लुटेरों अपने आपको बहुत बड़ा क्रांतिकारी समझते हो, धार्मिक दंगे करवाने में तोपचंद बन जाते हो सच्चाई क्या है ये जानकर भी चुप हो मतलब तुम छत्तीसगढ़ को लूटने वाले सबसे बड़े लुटेरे हो।छत्तीसगढ़ को खोखला करने वाले आस्तीन के सांप तो यहीं के लोग हैं।बाहर वालों को क्या औकात अपने ही खराब है तो तो दूसरा क्या करेगा, दूसरे लोग बाहर वाले लोग को बदनाम कर रहे हो उनकी क्या गलती है..? गलती हमारे ही अंदर है हम को सुधरना पड़ेगा पहले तब दूसरों को! जो योजना गवर्नमेंट चलाती है गरीबों के नाम से क्या वह गरीबों को मिलता है नहीं उसे जनपद पंचायत तक ही सीमित रहते हैं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने में काफी टाइम हो जाता है आदी हो गए हैं घोटाले कर करके क्या अपने हक के लिए भी बोलना सही नहीं है जब तक नेता नहीं सुधरेंगे जरा जिम्मेदार अधिकारी नहीं सुधरेंगे तब तक ऐसे ही घोटाला रोना और आकस्मिक मरना ही हर जगह नजर आएंगे। आइए आइए बताता हूं आप लोगों को बीजेपी कांग्रेस का खेल की कैसे जनता को लूटते हैं गरीबों की योजना के नाम पर योजना चलाकर। छ.ग.बीजेपी के समय पर रमन सिंह बृजमोहन अग्रवाल के समय पर भूमिहीन गरीबों को मुफ्त पट्टा मिला था। 2008 में उसमें लिखा गया था यह भूमि उत्तराधिकार के या वंशज के हस्तांतरित होता रहेगा लेकिन उनमें से कईयों के आज तक ना घर बना और ना ही कुछ हुआ जबकि उसी पट्टा भूमि के लालच में गरीबों के नाम की भूमि को ग्राम के या पंचायत के उच्च वर्ग के लोग अपने दादागिरी के चलते बनाने ही नहीं दिया गया अब कांग्रेस सरकार आई है अब फिर एक योजना राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार को ₹6000 वार्षिक के हिसाब से फार्म भरवाया जा रहा है अब पता नहीं क्या यह योजना गरीबों को मिलेगा कि इसके पीछे भी राजनीति होगी। 1सितंबर से चालू है यह योजना लेकिन अबतक इसकी कोई जानकारी ही नहीं है। कैसे होगा उद्धार गरीबों का...?शासन प्रशासन मिलके कर रहे जनता को परेशान – संतोष देवांगन (आप जिला उपाध्यक्ष एवम आंदोलन प्रभारी)*

आम आदमी पार्टी बालोद जिला अध्यक्ष दीपक आरदे जी ने प्रेस के माध्यम से बताया,बालोद पुलिस जन जागरूकता के नाम पर गरीब,किसान एवम ग्रामीण अंचल के लोगो से कर रही है अवैध वसूली।

एक टेबल TI महोदय जी का,एक टेबल ट्रैफिक पुलिस महोदय का दोनो सवालों के जवाब के लिए एक दूसरे के पास भेज रहे है,इनके पास क्यों नही है जवाब,क्या इनके मन में चोर है।

बालोद जिले के किसान बारिश नही होने से परेशान है, देश की जनता महंगाई से परेशान है,और ये प्रशासनिक लोग ही बाकी रह गए थे,की अब यह भी जानता को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।

*जनता का पैसा दो रास्तों से जा रहा है,एक टेबल के उपर से एक टेबल के नीचे से गरीब किसान,मजदूरों को परेशान करने वाले यह प्रशासन ऐसा बरताव कर रहे है जानो की यह सब गलत काम करते हो,प्रशासन के आंखो पर ऐसी पट्टी लगी हुई है जिसमे गरीब,वनांचल के लोग मुजरिम और शराब, जुंवा,गंजा, माफिया निर्दोष दिखाई दे रहे है।


ज्ञात हो की आम आदमी पार्टी ने पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन दिया था,अवैध शराब माफियाओं और सट्टा जुंआ जैसे कार्य करने वालो पर कार्यवाही की,लेकिन यहा हमारा ज्ञापन उल्टा पड़ गया,प्रशासन ने आम जनता को निशाना बना लिया और माफियाओं को छोड़ दिया ऐसा प्रतीत हो रहा है,।

अगर सचमे प्रशासन जन जागरूक करना चाहती है, तो वो नियमो को बताए लोगो को समझाए एवम ऐसी गलती न करे इन सब चीजों से अवगत कराए।

नाकी गरीब मजबूर जनता को लूटे और परेशान करे।

अगर बालोद पुलिस एवम पुलिस अधीक्षक इतनी ही कर्मनिस्ठ है तो अवैध शराब माफियाओं को पकड़े जेल में डाले, सट्टा पट्टी जुंव के काम करने वालो को पकड़े और जेल में डाले नाकि आम जनता को परेशान करे। आम आदमी पार्टी बालोद जिला उपाध्यक्ष एवम आंदोलन प्रभारी संतोष देवांगन जी ने कहा, शासन और प्रशासन मिलके सिर्फ आम जनता का लूटने का कार्य कर रहे है,महंगाई की मार, किसानो को पानी की मार, और शासन प्रशासन कुर्सी में बैठ कर इनको और मरने पर तुली हुई है। अवैध कार्य में संलिप्त लोगो को पकड़ने में पीछे और सही सज्जनों को परेशान करने में आगे रहने वालो को मैं यही कहूंगा, अगर आप सच्चे और ईमानदार हो तो मुजरिमों को पकड़ो, सज्जनों को नही।

कोई टिप्पणी नहीं:

ताजा खबर

X पर एक सदस्य ने सरकार से सवाल करते हुए लिखा,सरकार 112 की सेवा के लिए गंभीर क्यों नहीं..?

X पर वॉयस ऑफ छत्तीसगढ़  नाम के x सदस्य ने सरकार से सवाल करते हुए लिखा, सरकार 112 की सेवा के लिए गंभीर क्यों नहीं..? स्वतंत्र समाचार स्वतंत्र...

Advertisement Department

WhatsApp