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बालोद (छ.ग.)
समाजसेवक और समाज चिंतक ही बताएं क्या आरोपी को माफी मिलनी चाहिए...या जमानत खारिज कर देनी चाहिए
अभद्रता वाली हरकत किया है उसका तरीका बिल्कुल भी सही नहीं है उसके चलते घर और गांव समाज और परिवार में हिंसा की स्थिति बन चुकी थी। खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताने वाला व्यक्ति निपानी निवासी संजय साहू के कारण कितने लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा...मीडिया के साथ साथ पुलिस प्रशासन के साथ पब्लिक में सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से लोगों के बीच नकारात्मक मैसेज गया। साथ ही आर्थिक क्षति के साथ परिवार और लोगों की बीच छवि भी खराब हुई।
प्रार्थी के मोबाइल की कॉल details निकला गया क्या ये सब न्यायोचित था।
मेरा अपील कोर्ट से है की ऐसे मित्र रूपी हैवानों का जमानत रद्द किया जाए, समाज सेवकों और समाज के चिंतकों को अगर एनकाउंटर की धमकी देने वाला व्यक्ति को माफ कर देना सही लगता हो...?
तो शायद माफि मिल जाएगा।
समाज के लिए ऐसा आदमी खतरनाक है दो चार पैसों की इनकम के लिए किसी को भी उपयोग में ले लेगा। ऐसे मानसिकता वाले व्यक्ति खुद के परिवार को भूलकर दूसरों के परिवार की ज्यादा चिंता करते हैं और अपना धंधा चमकाने में लगे होते हैं। बता दूं की आरोपी क्राइम करवाने के लिए रसूखदारों से दबाओ बना रहा था। Jmfc कोर्ट डौंडीलोहारा में मामला दर्ज है।
कोर्ट से मेरा अपील है की आरोपी खुद अगर आके माफी नहीं मांग पा रहा हैं तो उसकी जमानत रद्द कराई जाए। और शायद जमानत रद्द कर देना उचित ही रहेगा।ये समाज परिवार के ऐसे जयचंद है जो दलाल के लिए आम आदमी का गला कोर्ट में फंसाते हैं। ताकि इनको कमीशन बराबर मिलती रहे।
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