बालोद (देवरी–जेवरतला)
*पैसे ले लिए पूरे कार्य अबतक अधूरे*
नक्शा नहीं कट पाया अबतक।
जिम्मेदार बोले हमें क्या पता...?
स्वतंत्र समाचार स्वतंत्र विचार
*दैनिक हिंदी वेब मीडिया (छ.ग.)*
29/11/2023
मामला देवरी तहसील क्षेत्र का है जहां मारी बंगला देवरी को तहसील का दर्जा तो मिल गया है लेकिन आज भी कर्मचारियों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, मनमानी और स्टाफ की कमी के चलते कार्य में देरी होना आम बात हो गया है। वही देवरी क्षेत्र के जेवरतला ग्राम में स्थित भूमि खसरे का पंजीयन रिकॉर्ड उप पंजीयक कार्यालय डौंडीलोहारा में नकल प्रतिलिपि मांगने पर मनमाने फीस वसूली किया जाता है, जिसके चलते आवेदको को काफी परेशानी झेलना पड़ता है। इधर जेवरतला कार्यालय के प्रभारी पटवारी पांडे भी कार्य में मनमानी करते नजर आए, रिनंबिंग सूची देने के बजाए टालमटोल करने लगे। शिकायतकर्ता ग्रामीणों में,*नाम* गुप्त रखने के शर्त पर पीपरखार तथा जेवरतला के ग्रामीणों ने मौखिक रूप से बताए कि कार्य करवाने के लिए पटवारी द्वारा पैसे भी लिए जाते हैं। नहीं तो टाल मटोल कर अनदेखा किया जाता है, जिसके चलते समस्या झेलनी पड़ती है। वही जेवरतला के ग्रामीणों ने बताया कि किसी का जाति बनवाने का काम अधूरा पड़ा है तो किसी का भूमि का नक्शा अलग नहीं हो पाया है।जबकि पैसा खाता विभाजन के लिए दे दिया है।खाता विभाजन भी हो चुका है,नक्शा अलग करवाने के नाम पर पटवारी पांडे के द्वारा रुपए भी लिए गए है लेकिन अबतक नक्शा अलग नहीं किया गया है।
इसके अलावा हाल ही में जेवरतला पटवारी को रिनंबर सूची की मांग की गई थी लेकिन अबतक सत्यापित रिनंबरिंग सूची नही दिया गया है। काफी समय बीत जाने के बाद भी आवेदक को रिनंबरिंग सूची की सत्यापित प्रतिलिपि नहीं मिलने पर काल कर स्थिति जानना चाहा लेकिन पटवारी के द्वारा कॉल रिसीव ही नही किया जा रहा । जिसके चलते आवेदक मामले को कोर्ट में पेश नही कर पाए है, आवेदक के द्वारा अपने पैतृक भूमि की रिनंबरिंग सूची मांगी गई थी, जिसपर पटवारी द्वारा तहसीलदार का अटेस्टेड नही होना बताकर आवेदन वापस कर दिया गया था, जबकि तहसीलदार के अटेस्टेड होने के बाद भी पटवारी टालमटोल करते रहे, मांगी गई रिनंबरिंग सूची आवेदक को प्राप्त नहीं हुआ है।
तहसील कार्यालय देवरी में भी कर्मचारियों की कमी के चलते कार्यों में लेट लतीफी झेलना पड़ रहा है। जो काम एक दिन में होना चाहिये उसमें ज्यादा समय लिया जाता है।
न्याय में देरी अन्याय के समान है।
ऐसे में प्रशासन को नई कर्मचारियों की भर्ती करवानी चाहिए ताकि कार्य में तेजी लाई जा सके।
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