नामांतरण पंजी से पकड़ाया फर्जी विक्रेता की चालाकी।
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कोर्ट के फैसले के बाद भी दलालों की चली मनमानी,
आम आदमी को न्याय के लिए लगाना पड़ रहा तहसील और रजिस्ट्री ऑफिस के चक्कर।
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खैरागढ़ :– पेंड्रीकला (दपका) मामला ग्राम का है।खैरागढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम दपका के एक प्रमुख जमीन विवाद में नया मोड़ आया है। बड़े भाई ने खसरा नंबर 19,20/1,20/2, एवं 21/3 भूमि खरीदी थी, जो कि क्रेता भूषण साहू ने जितेंद्र अग्रवाल से जमीन खरीदी थी। जो उनके स्वामित्व में थी। लेकिन बड़े भाई के किसी कारण वश आकस्मिक मरणोपरांत, उनके छोटे भाइयों ने (हरक,शिवनंदन) एक चौंकाने वाला फैसला लिया।छोटे भाइयों ने बड़े भाई की मूल जमीन के साथ साथ दूसरे के अधिकृत पैतृक भूमि जो किसी और खसरा क्रमांक 711 के टुकड़े और सीमांकन कर किसी तीसरे व्यक्ति को भूमि बेच दी है। यह फैसला जमीन के मालिकाना हक को लेकर विवाद पैदा कर रहा है। इस मामले में जमीन के असली मालिकों और छोटे भाइयों के बीच कानूनी लड़ाई हो सकती है। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप करने और जमीन के मालिकाना हक को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने होंगे।अन्यथा जो मुख्य और असली मालिकों के परिवार रोड में आ गए हैं। उनके साथ अन्याय होता रहेगा। और भूमि दलाल मजे करते रहेंगे।
भूमि स्वामी रोड पर आने के बाद न्यायालय पर से भरोसा खो दिया है।
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