जनपद पंचायत खैरागढ़ में,
अवैध वसूली
जल्दी के चक्कर में देना पड़ रहा कमिशन
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*दैनिक हिंदी वेब मीडिया (छ.ग.)*
खैरागढ़ 08/10/2024
खैरागढ़/पेंड्रीकला इन दिनों खैरागढ़ के जनपद पंचायत में लापरवाही का मामला लगातार मिल रहा है। खैरागढ़ जनपद पंचायत के खाद्य विभाग में राशनकार्ड बनाने में तकरीबन दो महीना बीत चुका है अबतक राशन कार्ड बन नही पाया है। वहीं खाद्य विभाग के महिला कर्मचारी का कहना है की सबका बनेगा। देर रात तक काम करने के बावजूद भी काम बहुत बचा हुआ है। इस बारे में उन्होंने बताया की अलग–अलग पंचायतों के तीन से चार हजार राशन कार्ड बनाने के आवेदन प्राप्त हुए हैं। धीरे–धीरे बन रहा है। लेकिन पूरा नहीं बन पाया है।काम अभी जारी है।
वहीं पेंड्रीकला के कुछ आवेदकों ने
(नाम नहीं बताने के शर्त पर),
आरोप लगाते हुए कहा की जनपद पंचायत में खाद्य विभाग के अलावा दूसरे विभाग के कर्मचारी पैसे लेकर काम जल्दी करवा देते हैं। और जो लोग राशि नहीं दिए हैं उनका काम रुका हुआ है जो धीरे–धीरे बन रहा है। इस पर जिस कर्मचारी का नाम हितग्राही अवैध राशि वसूली में ले रहे हैं, मनरेगा विभाग में पदस्थ बताएं गए है। आवेदकों ने बताया, जिन्होंने राशि लिया वह मनरेगा विभाग के कर्मचारी है जो खाद्य विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत कर, राशन कार्ड की पीडीएफ बनवाकर दे देते हैं जिससे हितग्राहियों को राशन समय पर मिल जाते हैं, जिससे असुविधा होने से बच जाते हैं।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत पेंड्रीकला के पंचायत में तकरीबन डेढ़ महीने पहले से राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदकों ने आवेदन पेश किए थे जिसे जनपद पंचायत में जमा किया गया है, लेकिन अबतक काफी समय बीत जाने के बाद भी राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरा नहीं हो पाया है। वहीं इस मामले पर सीईओ शिशिर कुमार शर्मा जी से मोबाइल संपर्क से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने इस संबंध में पंचायत सचिव से जानकारी ले लेने को कहा।
आज दिनांक 09/11/2024 को हितग्राही छगन लाल ने बताया की उनका राशन कार्ड पहले बन चुका था जिसे निरस्त करवा दिया गया है।
जिसे पुनः नवीनीकरण के लिए पंचायत में आवेदन प्रस्तुत किया गया था, साथ ही नवीनीकरण नहीं होने की स्थिति में दूसरा नया कार्ड बनवाने के लिए भी आवेदन संलग्न किया गया था। जो अंत्योदय राशन कार्ड बनवाने के लिए था।
जोकि राशन कार्ड अंत्योदय कार्ड बनाने के लिए प्रेषित किया गया था। जोकि हितग्राही छगन लाल का कार्ड पूर्व में भी अंत्योदय कार्ड था, जिसे नवीनीकरण नहीं होने की स्थिति में निरस्त कर दिया गया था।
जिसके स्थान पर खाद्य विभाग के कर्मचारियों ने प्राथमिकता कार्ड की पीडीएफ दिया है। जो वर्तमान में राशन प्राप्त करने के लिए प्रदान किया गया है। साथ ही खाद्य विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया की कुछ बिंदु होते हैं जिसके अंतर्गत अंत्योदय कार्ड बनाया जाता है। क्राइटेरिया में नाम नहीं आने पर राशन कार्ड उस आधार पर बनाया जाता है। बिंदुवार पात्रता रखने पर उस कैटेगरी के राशन कार्ड बनाये जाते हैं।
वहीं ग्राम पंचायत में कुछ राशन कार्ड ऐसे भी हैं जिनका मृत्यु हो चुका है लेकिन राशन कार्ड अभी भी जारी है। और कुछ कार्ड ऐसे भी बने हैं जो दिए गए क्राइटेरिया में नहीं आते। ऐसे में शंका बनी है की राशन कार्ड बनेगा भी या नहीं।
और कार्ड बनाने में मनमानी क्यों किया जा रहा है।
वहीं कुछ हितग्राहियों ने बताया कि जल्दी राशन कार्ड बनवाने के लिए राशि भी दिए हैं। बावजूद इनके अबतक राशन कार्ड बनकर नहीं आया है।
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