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सोमवार, जनवरी 16, 2023

कहीं रकम पूरी तो कहीं कम, कहीं आवास पूरी होने की खुशी तो कहीं गम


दिव्यांग छबील राम को पीएम आवास के तहत मिला अपना घरौंदा


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*दैनिक हिंदी वेब मीडिया (छ.ग.)*
बालोद 16 जनवरी 2023

 






जिदंगी कभी.कभी ऐसा इम्तिहान लेती है कि हम चाह कर भी नियति को बदल नहीं सकते। यह कहानी है जिला बालोद के डौण्डीलोहारा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सिवनी में रहने वाले दिव्यांग व्यक्ति श्री छबील राम की। श्री छबील राम पूर्व में अपनी पत्नी एवं 02 बच्चो के साथ खपरैल युक्त कच्चे जर्जर मकान में निवासरत थे। श्री छबील राम के घर में काम करने वाली उनकी पत्नी ही थीए जो रोजी.मजदूरी कर पूरे परिवार का भरण.पोषण करती थी। श्री छबील राम कहते है कि वर्ष 2019.20 में उनका प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ और स्वीकृत होते ही उन्हे प्रथम किश्त की राशि 25 हजार रूपये खाते में अंतरित किया गया। जिसके तत्काल बाद शासन एवं पंचायत के सहायोग से उन्होंने कार्य प्रारंभ किया और 02 कमरो का एक सुंदर मकान बनकर तैयार हो गया तथा उन्हे चारो किश्तों की राशि प्राप्त हो गई है। आज वे अपने पक्के मकान में सहपरिवार खुशहाली से जीवन व्यतीत कर रहे है तथा शासन एवं पंचायत को सादर धन्यवाद ज्ञापित कर रहे है।


जनपद पंचायत डौण्डीलोहारा अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत् 10ए120 हितग्राही पात्रता सूची में शामिल हैं। तथा आज पर्यन्त 7896 हितग्राहियों को स्वीकृति प्रदान किया जाकर 5281 आवासों को शतप्रतिशत पूर्ण कराया गया है। विगत 02 माह में जनपद पंचायत डौण्डीलोहारा क्षेत्रान्तर्गत 1965 हितग्राहियों को 4ण्51 करोड़ रूपये राशि का भुगतान किया गया हैए साथ ही 4074 हितग्राही का नाम आवास प्लस सूची में दर्ज हैए जिन्हे शासन के नियमानुसार प्राथमिकता क्रमानुसार भविष्य में लाभान्वित किया जाएगा।


जिसके चलते कुछ ग्रामीणों में आज भी नाराजगी जताते हुए कथित तौर पर आरोप लगाए हैं की जिन्होंने सरपंच सचिव को वा जनपद में पैसे खिलाए हैं उनको पूरी किस्त मिल गई है एवं जिन्होंने रकम नहीं दिए उनके मकान आज भी अधूरे पड़े हैं।

भरनाभाट पंचायत अंतर्गत आने वाले आश्रित ग्राम डूमरघुंचा में पंचायत सचिव के लापरवाही के चलते पीएम आवास से हितग्राही को इस योजना से बेदखल कर दिया गया था,जिसका खुलासा आरटीआई में हुआ था,मामले की जांच में सचिव की गलती निकली थी,बावजूद इसके इस पर किसी प्रकार की करवाई नहीं की गई थी।इसके अलावा कई मामले मामले ऐसे भी है हैं जिसमें अबतक कोई खास करवाई होती ही नहीं।
जिसके जिम्मेदार प्रशासन के साथ साथ भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत है।

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