आज रविवार शाम में मैं कुछ काम से हमारे विधानसभा क्षेत्र में घूमने निकला ही था की अचानक पता चला की आज राज्यपाल जी का दौरा था, हर चौक में पुलिस खड़ी दिख रही थी,थोड़ा डाउट हुआ की आज कुछ नया हो रहा है। या फिर मैं ही आज सपने में हूं, थोड़ा आगे बढ़ा फिर रुककर एक कांस्टेबल महोदय से पूछने पर पता चला की आज छत्तीसगढ़ के राज्यपाल माननीय का क्षेत्र में दौरा था आकर चले भी गए।इसलिए आज हर चौक में पुलिस पहरा दे रही है।तब मुझे अहसास हुआ की रोजाना हमें समाचार पढ़ने सुनने एवम देखना क्यों जरूरी है, समाचार अगर एक दिन भी न मिले तो शायद बहुत से जानकारी जो प्रतिदिन की घटना से रूबरू कराती है वह हमें न मिल पाता।
जिस तरह अन्न के एक एक दाने मिलकर शरीर के सभी अंगों में आवश्यक ऊर्जा एवं उचित पौष्टिक तत्व जो शरीर के विभिन्न अंगों के लिए जरूरी होता है का संचरण करती है, ऊर्जा एवम बाल के तैयार करती है। जितना जरूरी अन्न के दाने मनुष्य के शरीर के लिए आवाद्यक है ठीक उसी प्रकार समाचार भी, लोगों को अपने आसपास के घटना दुर्घटना के बारे में जानकारियां प्रदान कर हमें आसपास के वास्तविक वातावरण में जीवन जीने के साथ साथ वास्तविक ज्ञान से रूबरू कराती है।
अतः समाचार का मुख्य उद्देश्य घटनाओं की जानकारी प्रदान करना होने चाइए। ना की पेज भराई के लिए कंटेंट तैयार करना अतः समाचार सारगर्भित और पाठक के मन में उत्सुकता और जिज्ञासा पैदा करने वाला कंटेंट होने चाइए।शब्द भले ही कम हों लेकिन कम शब्दों में तिल का ताड़ बनाने वाला होने चाहिए।
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